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PhD kaise kare: जानिए स्टेप बाय स्टेप गाइड
- Updated on
- May 17, 2023
Ph.D. रीसर्च के आधार पर की जाने वाली डिग्री है। जिसमे विद्यार्थी अपनी पसंद के मुताबिक़ विषय चुनकर उसपर विस्तार से ज्ञान हासिल कर सारी जानकारी को एक जगह एकत्रित करता है जिसे थीसिस कहा जाता है। इसका मकसद यह रहता की आगे उस विषय पर जान्ने के लिए उस थीसिस का इस्तमाल किया जा सकता है और विषय पर जानकारी ली जा सकती है। एक Ph.D. होल्डर ज़्यादातर प्रोफेसर , असिस्टेंट प्रोफेसर , लेखक आदि के रूप में अपने भविष्य को आकार देते है । लेकिन स्कोप बेहद है। PhD kaise kare इसके लिए योग्यता, आवेदन प्रक्रिया, टॉप यूनिवर्सिटीज आदि के बारे में इस ब्लॉग में विस्तार से बताया गया है।
This Blog Includes:
Phd क्या है, phd क्यों करें, प्रोफेशनल डॉक्टरेटस, उच्च डॉक्टरेटस, न्यू रूट phd, टॉप पीएचडी कोर्सेज, phd होल्डर की ज़िम्मेदारीयां, phd kaise kare स्टेप बाय स्टेप गाइड, phd के लिए दुनिया की टॉप यूनिवर्सिटीज़, टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज़ , पीएचडी की फीस, phd के लिए योग्यता , आवेदन प्रक्रिया, phd के लिए एंट्रेंस एग्जाम, phd के लिए छात्रवृत्तियां, phd के बाद करियर और सैलरी.
PhD की फुल फॉर्म Doctor of Philosophy है। PhD विश्वविद्यालयों द्वारा प्रदान की जाने वाली विद्या-संबंधी डिग्री में सबसे ऊंची डिग्री मानी जाती हैं । PhD साथ-साथ एक पोस्ट ग्रेजुएट कि डॉक्टरेट डिग्री हैं जिसकी पूर्ती के बाद PhD करने वाले के नाम से पहले डॉ लग जाता हैं। वो विद्यार्थी जो अपने पसंद के विषय में महारथ हासिल करना चाहतें हैं। पीएचडी को चुनते हैं जिसमें उन्हें उस विषय पर रीसर्च कर उसकी बेहतर जानकारी होना और उस पर लिखना शामिल होता हैं। एक पीएचडी होल्डर अपना करियर किसी भी तरह से शुरू कर सकता हैं। मूलतः विद्यार्थीओ का पीएचडी करने का उद्देश्य प्रोफेसर बनना या रिसर्चर बनना होता हैं।
PhD शिक्षा प्रणाली का एक महत्पूर्व अंग हैं। PhD का मूल उद्देश्य ही नई खोज को जन्म देना और अलग अलग विषयो के बारे में गहरायी से ज्ञान अर्जित कर उसे सब तक पहुँचाना हैं। नई स्किल्स को उभारना और विकसित करना, नई चीज़ो को जान पाना और समझ पाना इसकी असल परिभाषा हैं। तो अगर आप वे व्यक्ति हैं जो किसी विषय कि गहराई में जाने में दिलचस्पी रखता हैं तो पीएचडी आपके लिए हैं।
PhD के प्रकार
एक समय था जब PhD कि महत्वता को कम बढ़ावा दिया जाता था या कह लीजिये कि PhD कम प्रचलित हुआ करती थी। लेकिन समय के साथ PhD होल्डर्स के लिए कई द्वार खुले और PhD कि महत्वता बढ़गयी। अब PhD सिर्फ ज्ञान अर्जित करने स्त्रोत नहीं हैं। कई नौकरिया और प्रोफेशंस PhD होल्डर्स को ही प्राथमिकता देते हैं जोकि PhD होल्डर्स के करियर को बेहतरी कि और ले जाता हैं और नए विकल्प प्रदान करता हैं। Ph.D. कैसे करें, के इस ब्लॉग में PhD के कुछ प्रकार विस्तार में दिए गए हैं:
एक प्रोफेशनल डॉक्टरेट का मूल उद्देश्य वास्तविक समस्याओं पर रिसर्च कर उसे लागू करना हैं। जटिल परिस्तिथ्यो का उपाय निकालना और उसको डिज़ाइन करना ताकि प्रोफेशनल कार्यो में विपदा आने पर उसका निवारण हो सके। वो प्रोफेशन कोई भी हो सकता हैं। लेकिन किन कार्यो से उस समस्या का उपाय निकलेगा ये रिसर्च करके ही मालूम चल सकता हैं। इस प्रकार के PhD कोर्स को इंजीनियरिंग, मेडिसिन जैसे विषयों पर रिसर्च करने के लिए विद्यार्थियों द्वारा चुना जाता है। PhD के इस प्रकार को उन विद्यार्थियों द्वारा चुना जाता है, जो डिग्री पूरी करने के बाद एक विशेष प्रोफेशनल करियर विकल्प को चुनना चाहते हैं।
उच्च डॉक्टरेट एक प्रकार हैं जिसमे स्कॉलर्स को औपचारिक रूप से सार्वजनिक मान्यता दी जाती हैं। वो PhD होल्डर्स जिन्होंने अपने विषय में सामाजिक तौर पर एक अलग छाप छोड़ी हैं उन्हें ये डिग्री देकर सम्मानित किया जाता हैं। इस प्रकार की डिग्री के लिए कैंडिडेट को इंटरनल और एक्सटर्नल एग्ज़ामीनर कमिटी की सिफ़ारिश पर विशेष ग्रांट्स की आवश्यकता होती है। Ph.D. के इस प्रकार में Doctor of Divinity (DD), Doctor of Literature/ Letters (DLit/D’Litt/LitD/LittD), Doctor of Science (DS/SD/DSc/ScD), Doctor of Civil Law (DCL), Doctor of Music (DMus/MusD) और Doctor of Law (LLD) जैसे कई पुरस्कार शामिल हैं।
PhD के इस प्रकार में एडमिशन लेने के लिए विद्यार्थियों को PhD शुरू करने से एक वर्ष पहले MRes यानी एक साल रिसर्च में मास्टर डिग्री लेना अनिवार्य है। इस कोर्स में पढ़ाए गए सभी आयामों को प्रैक्टिकल अनुभव और इंडिपेंडेंट रिसर्च के साथ मिलाकर परिणाम पर आया जाता हैं।। विद्यार्थियों के पास एजुकेशन, मीडिया, एडवांस IT, भाषाओ और बिज़नेस जैसे क्षेत्र में रिसर्च करने के लिए विस्तृत तरीके और बेहतर स्किल्स कि ज़रूरत होती है।
कई बार कुछ कारण वर्श ऑफलाइन PhD करना और क्लास लेना मुमकिन नहीं हो पाता हैं। ऐसे विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन PhD एक अच्छा विकल्प हैं। जैसा कि आप नाम से समझ पा रहे होंगे इस कोर्स में आपको यूनिवर्सिटी जाकर अपनी डिग्री पूरी करना अनिवार्य नहीं हैं। दुनिया कि वो आबादी जो काम करती हैं और डॉक्टरेट डिग्री चाहती हैं वो इस विकल्प के माध्यम से डिग्री पा सकते हैं। नीचे कुछ PhD कोर्सेज़ की लिस्ट दी गई है:
टॉप पीएचडी कोर्सेज की लिस्ट नीचे दी गई है:
साइंस स्ट्रीम में बेस्ट पीएचडी कोर्स
- PhD in physics
- PhD in Chemistry
- PhD in Mathematics
- PhD in Bioscience
- PhD in Clinical Research
- PhD in Biotechnology
- PhD in zoology
- PhD in Bioinformatics
- PhD in Environmental Science and Engineering
ह्यूमैनिटी में बेस्ट पीएचडी कोर्स
- PhD Economics
- PhD in Humanity
- PhD in Geography
- PhD in English
- PhD in Psychology
- PhD in Physiology
- PhD in Arts
- PhD in social work
- PhD in Public Policy
इंजीनियरिंग में बेस्ट पीएचडी कोर्स
- PhD in Civil Engineering
- PhD in Engineering and Technology
- PhD Computer Science Engineering
- PhD in Information Technology
- PhD in Chemical Engineering
- PhD in Mechanical Engineering
- PhD in Electronics and Communication Engineering
बिजनेस और मैनेजमेंट में बेस्ट पीएचडी कोर्स
- PhD in Business Administration
- PhD in Management
- PhD in Commerce
- PhD in Marketing/Brand Management
- PhD in Accounting and Financial Management
मेडिकल में बेस्ट पीएचडी कोर्स
- PhD in Paramedical
- Doctorate of Medicine (Cardiology)
- PhD in Medicine
- PhD in Radiology
- PhD in Medical Physics
- PhD in Pathology
- PhD in Neuroscience
- Doctor of Medicine in Homeopathy
PhD होल्डर की ज़िम्मेदारीयां विस्तार से नीचे दिए टेबल में दी गयीं हैं:
PhD kaise kare के लिए step-by-step guide नीचे दिया गया है:
- Step 1: कैंडिडेट को 12 साल की बुनियादी शिक्षा ( कक्षा 1st -12th ) पूरी होना अनिवार्य हैं।
- Step 2: PhD करने के लिए किसी भी विषय से बैचलर डिग्री में पास होना अनिवार्य हैं।
- Step 3: आपको कम से कम 50%-55% के साथ मास्टर डिग्री में पास होना ज़रूरी है। मास्टर डिग्री में पास होने के बाद ही आप PhD के लिए योग्य साबित होते हैं।
- Step 4: मास्टर डिग्री के बाद PhD में एडमिशन लेने के लिए आपको UGC-NET, TIFR,JRF-GATE या स्टेट लेवल के एंट्रेंस एग्ज़ाम पास करने होंगे।
- Step 4: एंट्रेंस एग्ज़ाम पास करने के बाद आप अपनी पसंद और कोर्स के अनुसार PhD के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
- Step 5: अधिकतर PhD कॉलेजेस में एडमिशन लेने के लिए व्यक्तिगत इंटरव्यू आयोजित किया जाता है। वह क्लियर करने के बाद ही आपको PhD में एडमिशन मिलता है।
PhD kaise kare और कहाँ से करें के लिए दुनिया की टॉप यूनिवर्सिटीज़ की लिस्ट नीचे दी गई है:
PhD kaise kare और कहाँ से करें के लिए टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज़ की लिस्ट नीचे दी गई है:
- दिल्ली विश्वविद्यालय
- JNU, दिल्ली
- बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी
- महाऋषि दयानन्द यूनिवर्सिटी
- अन्नामलाई यूनिवर्सिटी
- एडम्स यूनिवर्सिटी
- अलाहबाद स्टेट यूनिवर्सिटी
- बनस्थली विद्यापीठ
- डॉ बी.आर.आंबेडकर यूनिवर्सिटी ऑफ़ सोशल साइंस
- जैन यूनिवर्सिटी
- गुरु घासीदास विश्वविद्यालय
- अरुणाचल यूनिवर्सिटी ऑफ़ स्टडीज़
किसी भी कॉलेज में पीएचडी की फीस बहुत से फैक्टर्स पर निर्भर करती है। सरकारी कॉलेज में PhD की फीस लगभग ₹20,000 से ₹60,000 तक हो सकती है। जबकि प्राइवेट कॉलेज में ₹30,000 से ₹1,50,000 तक हो सकती है।
- आईआईटी बॉम्बे (IIT B) – लगभग ₹60,000
- आईआईटी दिल्ली – लगभग ₹45,000
- आईआईटी कानपुर – लगभग ₹65,000
- यूनिवर्सिटी ऑफ दिल्ली – लगभग ₹10,000
- आईआईटी मद्रास – लगभग ₹20,000
योग्यताओ से अर्थ है , वो बातें जो PhD करने से पहले आपको रखनी होंगी ध्यान में। जिनकी पूर्ती ना होने पर आप PhD में एडमिशन नहीं ले पाएंगे। विश्विद्यालयों की बात करें तो सभी विश्विद्यालयों का माप दंड एक सा नहीं होता। सामान्य तौर पर हर यूनिवर्सिटी में निम्नलिखित योग्यताओ का होना आवश्यक है।
- PhD कोर्स में अप्लाई करने के लिए विद्यार्थीयों को 10+2 में कम से कम 50% अंकों के साथ पास होना आवश्यक है।
- PhD के लिए आपको संबंधित कोर्स में मास्टर डिग्री कम से कम 50%-55% अंकों के साथ पास करनी ज़रूरी है।
- भारत में PhD कोर्स में एडमिशन लेने के लिए आपको UGC-NET , TIFR, JRF-GATE या स्टेट लेवल के एंट्रेंस परीक्षा पास करने होंगे।
- विदेश में PhD करने के लिए कोई विशेष एंट्रेंस परीक्षा नहीं है, हालाँकि कुछ यूनिवर्सिटीज़ द्वारा एंट्रेंस परीक्षा संचालित करवाई भी जाती है।
- इंटरनेशनल विद्यार्थियों को भी PhD में एडमिशन लेने के लिए एक रिसर्च प्रपोज़ल, रिसर्च इंटरेस्ट एंड मेथोडोलॉजी की आवश्यकता होती है। जिससे आपके रिसर्च में आपकी दिलचस्पी और कार्य की गंभीरता का माप दंड लगाया जाएगा।
- आपकी अंग्रेजी में कुशलता को मापने के लिए एक अच्छा IELTS/ TOEFL स्कोर महत्व रखता है।
- स्टेटमेंट ऑफ़ पर्पस यह एक लिखित स्टेटमेंट होती है जो आपके व्यक्तित्व को दर्शाती है।
- अंग्रेजी में निबंध
- लेटर ऑफ़ रिकमेन्डेशन या LOR s
- अपडेटेड प्रोफेशनल रज़ूमे
किसी भी कोर्स में प्रवेश के लिए हर यूनिवर्सिटी की एक निर्धारित आवेदन प्रक्रिया होती है। सभी छात्रों का एडमिशन इसी प्रक्रिया के आधार पर होता हैं और जो इस प्रक्रिया को सफलता से पूर्ण कर लेते हैं उनका एडमिशन हो जाता हैं। भारत में आने वाली यूनिवर्सिटीज़ की आवेदन प्रक्रिया और विदेश में आने वाली यूनिवर्सिटीज़ की आवेदन प्रक्रिया में अंतर हैं। आइए इन्हे विस्तार से समझते हैं।
विदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है–
- आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं।
- एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे।
- अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP , निबंध, सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS , TOEFL , SAT , ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है।
- यदि आपने अभी तक अपनी IELTS , TOEFL , PTE , आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
- आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीजा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे ।
- अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है।
भारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है–
- सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
- यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
- फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
- अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
- इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें।
- यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।
PhD के लिए आवश्यक दस्तावेज
PhD kaise kare के लिए आवश्यक दस्तावेज नीचे दिए गए हैं:
- आपका शैक्षणिक रिकॉर्ड (12th,बैचलर डिग्री,मास्टर डिग्री)
- अंग्रेजी में कुशलता का प्रमाण पत्र ( मुख्य रूप से IELTS/ TOEFL स्कोर )
- लेटर ऑफ़ रिकमेन्डेशन या LOR s
- स्टेटमेंट ऑफ़ पर्पस यह एक लिखित स्टेटमेंट होती है जो आपके व्यक्तित्व को दर्शाती है।
- अपडेटेड प्रोफेशनल रिज्यूमे
पीएचडी के लिए एंट्रेंस एग्जाम की लिस्ट नीचे दी गई है:
- CSIR – UGC NET
- JNU Entrance Examination
- AIIMS PhD Entrance Exam
PhD kaise kare इसके लिए आप नीचे दी गई टॉप स्कॉलरशिप के लिए अप्लाई कर सकते हैं :
PhD के बाद आप प्रोफेस्सर के अलावा राइटर, रिसर्चर, बैंक इन्वेस्टर आदि क्षेत्रों में भी अपना करियर बना सकते हैं। आपकी सैलरी में आपके स्किल्स और एक्सपीरियंस के अनुसार उतार-चढ़ाव आते हैं। PhD के बाद कुछ प्रसिद्ध जॉब प्रोफाइल और उनकी सैलरी glassdoor.co.in के अनुसार नीचे दी गई है:
जी नहीं, PhD करने के लिए कोई age limit नहीं होती।
-आपका शैक्षणिक रिकॉर्ड (12th,बैचलर डिग्री,मास्टर डिग्री) -अंग्रेजी में कुशलता का प्रमाण पत्र ( मुख्य रूप से IELTS/ TOEFL स्कोर ) -लेटर ऑफ़ रिकमेन्डेशन या LOR s – स्टेटमेंट ऑफ़ पर्पस यह एक लिखित स्टेटमेंट होती है जो आपके व्यक्तित्व को दर्शाती है। -अंग्रेजी में निबंध -अपडेटेड प्रोफेशनल रज़ूमे
जी, हाँ भारत में PhD के लिए UGC-NET, स्टेट लेवल या यूनिवर्सिटी लेवल के एंट्रेंस एग्ज़ाम पास करना आवश्यक है।
PhD Admission 2021: नई शिक्षा नीति के तहत फैसला किया गया है कि PhD कोर्स में एडमिशन के लिए अभ्यर्थियों का NET क्वालीफाई करना जरूरी है.
-केमिस्ट्री में P hD- केमिकल रिसर्च सेंटर्स एंड लेबोरेटरीज में एनालिस्ट -जियोलॉजी में p hd- जियोलॉजिकल सेंटर्स में हेड ऑफ़ सर्विस -न्यूट्रीशन में phd- साइंटिफिक एडवाइजर -बायोकेमिस्ट्री में p hd- पेटेंट लॉयर -लॉ में p hd- गवर्नमेंट सेक्टर्स में एडवाइजरी पोजीशन्स -इंग्लिश लिटरेचर में p hd- कॉलेज प्रोफेसर आदि।
Phd में आप अपनी मर्ज़ी से विषय का चुनाव कर सकते है। यह आप पर निर्भर करता है। कुछ प्रमुख phd के विषय निम्नलिखित हैं। हिंदी , अंग्रेजी , होम साइंस , एग्रीकल्चर , इतिहास , फाइन आर्ट्स , सर्जरी , जियोलॉजी , जियोग्राफी , अकॉउंटिंग , बायोमिस्ट्री , फार्मेसी आदि।
हमें उम्मीद है कि इस ब्लॉग में आपको PhD kaise kare के बारे में सभी जानकारी मिल गई होगी। यदि आप भी विदेश में पढ़ना चाहते है तो हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800572000 पर कांटेक्ट कर आज ही 30 मिनट्स का फ्री सेशन बुक कीजिय।
हिमानी महर्षि
A writer with more than 3 years of experience in various fields of communication, I takes great pleasure in helping students and their parents by addressing their queries regarding their journey to study abroad via blogs, News and Quora.
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PHD क्या है कैसे करे – फीस, योग्यता, एंट्रेंस एग्जाम: पूरी जानकारी देखे
शिक्षा के क्षेत्र में महानता हासिल करना अपने आप में एक अनोखा काबिलियत है, PhD एक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा शिक्षण शैली में महानता प्राप्त करने का अवसर मिलता है. शिक्षा के महान दर्शनिक को PHD कि डिग्री से नवाजा जाता है.
यह उपाधि ऐसे उम्मीदवार को दी जाती है जिसमें विशेष गुण निहित होता है. इस डिग्री को प्राप्त करने के कई अवसर मिलते हैं, कभी-कभी महान उद्देश्य को पूरा करने के बाद इस डिग्री से उम्मीदवार को नवाजा जाता है और कोर्स के माध्यम से भी किसी विशेष क्षेत्र में PhD की डिग्री प्राप्त किया जा सकता है.
करियर के दृष्टिकोण से PhD सबसे महत्वपूर्ण कोर्स माना जाता है क्योंकि इस उपाधि से सम्मानित उम्मीदवार किसी विशेष विषय में विशेषज्ञता हासिल किए होते हैं इसलिए किसी विशेष बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा करना उनकी प्राथमिकता होती है.
Table of Contents
PHD क्या है पूरी जानकारी
पीएचडी एक स्नातकोत्तर (Postgraduate) डॉक्टरेट (Doctoral) की डिग्री है, जो उन छात्रों को प्रदान की जाती है जो अपने विषय में ज्ञान के लिए एक महत्वपूर्ण योगदान देने वाले एक प्रमुख शोध को पूरा करने की पुर्णतः कोशिश करते है.
पीएचडी की डिग्री सभी विषयों में उपलब्ध हैं और आम तौर पर एक व्यक्ति को प्राप्त होने वाली सर्वोच्च शैक्षणिक डिग्री का उच्चतम स्तर है. PhD कोर्स आमतौर पर तीन साल की अवधि का होता है जो उम्मीदवारों को अधिकतम पांच से छह वर्ष के अंतराल में कोर्स पूरा करना होता है.
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हालांकि, Ph.D कोर्स की अवधि एक संस्थान से दूसरे में भिन्न हो सकती है जो पूरी तरह इंस्टीट्यूट के सिलेबस और प्राथमिकता पर निर्भर करता है.
PHD डिग्री मुख्यतः उन लोगों के लिए है जो अपने विशेषज्ञता को और अधिक बढ़ाना चाहते हैं एवं समाज को शिक्षा के क्षेत्र में जागरूक बनाना चाहते हैं.
डॉक्टरेट एक विशेष योग्यता है जो डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित करता है. यह उपाधि प्राप्त करने के लिए आपको उन्नत कार्य करने की आवश्यकता होती है जो आपके चुने हुए विशेष क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण योगदान देता है. संभवतः ऐसा करने से आपको ‘डॉक्टर’ की उपाधि से सम्मानित किया जाता है
Doctor of Philosophy Course Highlights
Ph.d. किसे करना चाहिए.
- अपने विषय/वस्तु में रिसर्च करने की आदि व्यक्ति
- अपने रिजल्ट एकत्र करने में माहिर व्यक्ति
- थीसिस लिखने और रिसर्च करने वाला
- प्रोफेसर बनाने के इच्छुक व्यक्ति
Ph.D के लिए योग्यता
उम्मीदवारों को पीएचडी करने के योग्य होने के लिए किसी भी स्ट्रीम से ग्रेजुएशन डिग्री के साथ-साथ मास्टर डिग्री की भी आवश्यकता होती है.
पीएचडी के लिए उम्मीदवारों को एक विषय में गहन अध्ययन के साथ-साथ Smart Study करने की आवश्यकता होती है, इसलिए उम्मीदवारों को पीएचडी का पढ़ाई करते समय बेहद कठिन परिश्रम करने के साथ-साथ आवश्यक कौशल और समर्पण की आवश्यकता होती है.
- 12th और ग्रेजुएशन अनिवार्य
- पोस्टग्रेजुएट यानि मास्टर डिग्री 55% के साथ अनिवार्य
- अच्छी लेखन क्षमता
- रिसर्च में इक्छुक व्यक्ति
- अंग्रेजी स्किल
- हार्ड वोर्किंग
आवश्यक स्किल्स:
- Inquisitive
- Good at research
- Hard-working
- Good writing capacity
- Self-motivated
- Keen observer
Ph.D का फुल फॉर्म
पीएचडी एक लैटिन शब्द है जिस का संक्षिप्त रूप पीएचडी होता है एवं अंग्रेजी में फुल फॉर्म (डॉक्टर आफ फिलासफी) “Doctor of Philosophy” होता है जो “ दर्शन शब्द ” अपने मूल ग्रीक अर्थ को दर्शाता है
Ph.D में एडमिशन प्रक्रिया
उम्मीदवार Ph.D कोर्स करने के लिए तभी योग्य होते है यदि उन्होंने अपनी मास्टर डिग्री एक समान कोर्स / क्षेत्र / स्ट्रीम में पूरी की है जिसमें वे पीएचडी करना चाहते हैं
कुछ कॉलेज यह भी निर्देश करते हैं कि उम्मीदवारों को उनके द्वारा पेशकश की गई पीएचडी कोर्स को आगे बढ़ाने के लिए एक एमफिल (MPhil) पूरा करना होगा.
जिन उम्मीदवारों ने UGC NET, GATE, JEST की प्रवेश परीक्षा को क्लियर किए है, उन्हें आमतौर पर पीएचडी कोर्स करने के दौरान फ़ेलोशिप की पेशकश की जाती है. इसके अलावा, इग्नू और दिल्ली विश्वविद्यालय जैसे विश्वविद्यालय भी अपने साथ पीएचडी पाठ्यक्रम करने वाले छात्रों को फेलोशिप प्रदान करते हैं.
महत्वपूर्ण Ph.D की एंट्रेंस एग्जाम
- UGC Net Exam
- CSIR-UGC NET exam
- JNU PhD Entrance
- NIPER PhD Entrance Exam
- AIIMS PhD Entrance Exam
Ph.D कोर्स फ़ीस
पीएचडी कोर्स की फीस इंस्टिट्यूट एवं संस्थान के अनुरूप अलग अलग होता है, सरकारी संस्थान की फ़ीस प्राइवेट इंस्टिट्यूट की तुलना में कम होता है. पीएचडी कोर्स मुख्यतः 3 वर्ष का होता है जो 6 सेमेस्टर में बता हुआ होता है.
कॉलेज, इंस्टीट्यूट इस कोर्स की फीस समेस्टर या वार्षिक अवधी का अनुशार मांग करते हैं. प्राइवेट इंस्टिट्यूट में पीएचडी कोर्स की न्यूनतम फ़ीस 20000 से 30000 के करीब तथा अधिकतम फ़ीस 30000 से 50000 के बीच होता है.
जबकी सरकारी संस्थान में न्यूनतम फ़ीस 15000 से 25000 के बीच तथा अधिकतम फ़ीस 40000 तक होता है.
अवश्य पढ़े, B.Ed कैसे करे योग्यता एवं करियर
Ph.D सुब्जेस्ट्स
पीएचडी की डिग्री निम्नलिखित विषय में हासिल किया जा सकता है वर्तमान समय में नीचे दिए गए विषय सर्वाधिक महत्वपूर्ण है, लोकप्रियता की वजह से ही नहीं बल्कि समाज कल्याण के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. इसलिए निम्न विषय में पीएचडी की डिग्री प्राप्त करने की अवसर आसानी पा सकते हैं.
- Ph.D. in English
- Ph.D. in Social Sciences
- Ph.D. in Public and Economic Policy
- Ph.D in Humanities & Social Sciences
- Ph.D in Humanities and Life Sciences
- Ph.D in Psychology
- Ph.D in Arts
- Ph.D in International Relations and Politics
- Ph.D in Physiology
- Ph.D in Public Policy
- Ph.D in Literature
- Ph.D in Chemistry
- Ph.D in Clinical Research
- Ph.D in Science
- PhD in Bioscience
- PhD in Bioinformatics
- PhD Biotechnology
- PhD in Mathematical and Computational Sciences
- PhD in Environmental Science and Engineering
- PhD in Applied Chemistry & Polymer Technology
- PhD in Applied Sciences
- PhD Zoology
- PhD in Physics
- PhD in Basic and Applied Sciences
- Phd in Mathematics
- PhD in Zoology
- PhD in Commerce Management
- PhD in Accounting and Financial Management
सामान्य प्रश्न: FAQs
पीएचडी एक स्नातकोत्तर डॉक्टरेट डिग्री है, इस डिग्री को वैसे स्टूडेंट को प्रदान किया जाता है, जो किसी एक सब्जेक्ट में अध्ययन करते है. इस कोर्स को करने के लिए एंट्रेंस एग्जाम क्लियर करना पड़ता है, उसके बाद किसी अच्छे कॉलेज में एडमिशन में सकता है.
पीएचडी में बहुत सारे विषय होते है, क्योंकि इस कोर्स में किसी एक विषय पर अध्ययन किया जाता है. अर्थात, आप किसी भी एक सब्जेक्ट के साथ पीएचडी कर सकते है.
सरकारी कॉलेजों में पीएचडी की फीस लगभग 15-20 या 30 हज़ार रुपए तक होता है. जबकि प्राइवेट कॉलेजों में पीएचडी की फीस 5 – 6 लाख रुपए तक हो सकता है.
1 thought on “PHD क्या है कैसे करे – फीस, योग्यता, एंट्रेंस एग्जाम: पूरी जानकारी देखे”
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पीएचडी (PhD) क्या हैं और कैसे करें?
अपने जीवन में सफ़ल होना हर किसी का सपना होता है। हर कोई यही चाहता है कि उसे एक अच्छी और ईमानदारी वाली जॉब मिले। इसके लिए आपको अच्छे से अच्छे कोर्स करने होते हैं। इन्हीं कोर्स में एक कोर्स है पीएचडी कोर्स। आज हम यहां पर पीएचडी क्या है (PhD Kya Hai) इसके बारे में पूरी तरह से बताने जा रहे हैं।
यदि आप कोई भी कोर्स करते हैं तो आपको उसके बारे में पूरी तरह से जानकारी होनी बहुत ही आवश्यक है। ये कोर्स क्या है? इसे करने से क्या फायदा होगा, इसे किस प्रकार किया जाता है और इसकी फीस क्या है? इन सबके बारे में जानकारी होना जरूर है।
आज हम एक पॉपुलर कोर्स के बारे में इस पोस्ट में आपको बताने जा रहे हैं, जिसका नाम है PhD Course . इस पोस्ट में हम आपको PhD Kya hai और PhD Course Details की पूरी जानकारी आसान से शब्दों में बतायेंगे। आपको यहां पर हम PhD ki Jankari की वो सभी जानकारी बतायेंगे जो आपको जाननी जरूरी है और आप जानना चाहते हैं जैसे –
- पीएचडी क्या है (PhD Information in Hindi)
- पीएचडी फुल फॉर्म नाम
- पीएचडी कैसे करें (PhD Kaise Kare)
- पीएचडी कब कर सकते हैं?
- पीएचडी के लिए योग्यता
- पीएचडी कोर्स डिटेल्स (PhD in Hindi)
- पीएचडी प्रक्रिया (PhD Process)
- पीएचडी एडमिशन (PhD Admission)
- पीएचडी कितने ईयर की होती (PhD Kitne Year ki Hoti Hai)
- पीएचडी की फीस कितनी है (PhD Ki Fees Kitni Hai)
- पीएचडी के विषय
तो आइये जानते हैं पीएचडी के बारे में नॉलेज इन आसान से स्टेप्स में।
पीएचडी (PhD) क्या हैं और कैसे करें सम्पूर्ण जानकारी – PhD Kya hai
पीएचडी कोर्स क्या है.
पीएचडी की फुल फॉर्म होती है डॉक्टर ऑफ़ फिलोसोफी (Doctor Of Philosophy) । आपने देखा होगा कि बहुत से लोग ऐसे हैं जो कि Medical Doctor नहीं होते हैं फिर भी उनके नाम के आगे डॉक्टर लगा होता है। असली में उन्होंने PhD का कोर्स कर रखा होता है। इस कारण उनके नाम के आगे Dr. लगा होता है।
पीएचडी एक डॉक्टरल डिग्री (Doctoral Degree) है, यह एक उच्च स्तर की डिग्री है। पीएचडी करना आसान काम नहीं है। यदि आपको PhD Course Krna Hai तो आप PhD Admission सीधे तरीके से नहीं ले सकते हैं। आपको सबसे पहले स्कूल और कॉलेज की पढ़ाई पूरी करनी होती है। इतना करने के बाद ही आप पीएचडी के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
आप किसी University या College में प्रोफेसर बनना चाहते हैं या फिर आगे रिसर्च करना चाहते हैं तो आपको पीएचडी का कोर्स करना जरूरी होता है। पीएचडी की डिग्री में आपको एक विशेष विषय पर अध्ययन करना होता है। फिर जब आपको उस विषय का पूरा ज्ञान हो जाता है और आप उस विषय में एक्सपर्ट हो जाते हैं तो आपको PhD Degree दी जाती है। फिर आप भी अपने नाम के आगे डॉ. लगा सकते हैं।
पीएचडी की डिग्री करने के लिए आपके पास जिस सब्जेक्ट में आपकी रूची है, उस सब्जेक्ट में मास्टर डिग्री होना जरूरी है। यदि आपके उस सब्जेक्ट में अच्छे मार्क्स होंगे तो आपको ज्यादा फायदा होगा। आपको आसानी के लिए बता दें कि आपका जिस सब्जेक्ट में Interest हो, उस सब्जेक्ट में ही आप 12th और Graduation पूरी करें। इससे आपको आगे Ph D करने में बहुत आसानी होगी। यदि आप सफ़लता पूर्वक अपनी पीएचडी की डिग्री कर लेते हैं तो आपको सार्वजनिक क्षेत्र में कई सारे फायदे मिलने शुरू हो जाएंगे।
अब आपके मन में ये सवाल आ रहा होगा कि पीएचडी कितने साल का कोर्स है (PhD Kitne Saal ki Hai) । आपको बता दें कि PhD ka Course तीन साल का होता है। यह कोर्स एक उच्च स्तर का कोर्स है जो करना आसान काम नहीं है। इस कोर्स को Ph.D या फिर PhD भी कह सकते हैं। इस कोर्स को करने के बाद हम अपने नाम के आगे डॉ. की उपाधी जोड़ सकते हैं।
पीएचडी कितने साल का कोर्स है? (PhD Kitne Saal Ka Hota Hai)
पीएचडी करने के लिए आप सभी लोगों का 3 साल लग सकता है अर्थात हमारे कहने का मतलब यह है कि पीएचडी करने के लिए आपका 3 साल का समय लगेगा।
पीएचडी करते समय यह सुविधा भी दी जाती है कि हम अपने इस 3 साल के कोर्स को 6 साल तक भी खत्म कर सकते हैं। इस कोर्स को करने में हमें हर टॉपिक के विषय में डिटेल में रिसर्च करने को मिलता है, जिससे हमारा जड़ बहुत ही मजबूत हो जाता है और बड़ी ही आसानी से किसी भी टॉपिक को सॉल्व करने के लिए सक्षम हो जाते हैं।
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पीएचडी के लिए योग्यता (PhD ke Liye Qualification in Hindi)
आपके पास पीएचडी के लिए योग्यता होनी चाहिए जो कि निम्न प्रकार से है:
- आपके पास पीएचडी करने के लिए स्नातक की डिग्री होना जरूरी है।
- स्नातक की डिग्री होने के साथ-साथ मास्टर डिग्री भी होना बहुत जरूरी है वो भी 55% या 60% अंक के साथ। ये प्रतिशत अलग-अलग विश्वविद्यालय के लिए अलग-अलग हो सकते हैं।
- पीएचडी प्रवेश के लिए आपको एक प्रवेश परीक्षा पास अच्छे अंको के साथ करना होता है।
पीएचडी के लिए योग्यता के ये सभी स्टेप्स यदि आप क्लियर कर लेते हैं तो आप पीएचडी के योग्य बन जाते हैं।
पीएचडी करने के फायदे (PhD Karne Ke Fayde)
- पीएचडी करने के बाद आपके नाम आगे डॉक्टर का नाम लग जाता है। इससे आपकी Personality और भी बढ़ जाती है।
- पीएचडी कोर्स करने के बाद आप अपने क्षेत्र में एक्सपर्ट हो जायेंगे।
- यदि आपके पास पीएचडी की डिग्री होगी तो आप आसानी से किसी कॉलेज या विश्वविद्यालय में प्रोफेसर पद पर नियुक्त हो सकते हैं और आपके जॉब लगने के संभावना और भी बढ़ जाती हैं।
- पीएचडी करने के बाद आप अपने क्षेत्र में सही या गलत का निर्णय खुद ले सकते हैं।
- यदि आप PhD कर लेते हैं तो आप जानकारी का निर्माता (Creator of information) भी कहलायेंगे।
- पीएचडी करने के बाद आप अपने क्षेत्र के किसी भी पद के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- PhD के बाद आप अपने विषय पर रिसर्च और एनालिसिस कर सकते हैं।
पीएचडी कैसे करें (PhD Kaise Ki Jati Hai)
आपको किसी भी तरह की डिग्री करने के लिए आपको 12th पास होना जरूरी है। इसके लिए आप जब 10th पास कर लेते हैं तो उसके बाद से आपको वहीं सब्जेक्ट को चुनना चाहिए, जिस सब्जेक्ट्स में आप पीएचडी करना चाहते है, आपको अपने इन सब्जेक्टस में 11th और 12th में अच्छे से पढ़ाई करनी है और हो सके जितने अच्छे अंकों के साथ पास होना है। आपके जितने मार्क्स ज्यादा होंगे उतनी ही आपको आगे पीएचडी करने में आसानी होगी और मदद मिलेगी।
जब आप अपनी 12th पूरी कर लेते हैं। फिर आपको जिस सब्जेक्ट में रूची हो उस सब्जेक्ट के लिए प्रवेश परीक्षा दें और इस एंट्रेंस एग्जाम को पूरा करें। फिर इसके बाद अपनी स्नातक पूरी करें। आपको जिनता हो सके अच्छे अंकों के साथ पास होना है। जिनते अंक ज्यादा होंगे आपके लिए पीएचडी के लिए रास्ते उतने ही आसान बनते रहेंगे।
जब आपकी स्नातक पूरी हो जाती है तब फिर आपको पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए अप्लाई करना है। आपने जिस सब्जेक्ट में स्नातक की है, यदि आप उस सब्जेक्ट में ही अपनी मास्टर डिग्री करते हैं तो आपके लिए आसानी रहेगी। ध्यान रहे कि आपको अपनी स्नातक और मास्टर डिग्री में कम से कम 60% तक अंक लाने है ताकि आगे एंट्रेंस एग्जाम के लिए कोई समस्या न हो।
पोस्ट ग्रेजुएशन पूरी हो जाती है तो आपको अब UGC Net Test देना होता है और आपको इसे क्लियर करना बहुत ही जरूरी होता है। इस एग्जाम के लिए आप कोचिंग भी ले सकते हैं। ये प्रवेश परीक्षा थोड़ी कठिन होती है। UGC Net Exam पहले नहीं होता था। लेकिन अब पीएचडी करने के लिए इसे क्लियर करना अनिवार्य कर दिया गया है।
आप इस एग्जाम को क्लियर कर देते हैं तो आप पीएचडी के योग्य हो जाते हैं। अब आपको जिस कॉलेज या विश्वविद्यालय में पीएचडी करनी है, उस विश्वविद्यालय का एंट्रेंस एग्जाम क्लियर करके आप पीएचडी में दाखिला ले सकते हैं।
पीएचडी की फीस कितनी है?
पीएचडी की जानकारी जानने के बाद आपके मन में ये सवाल तो जरूर आया होगा कि पीएचडी की फीस कितनी है (PhD Ki Fees Kitni Hai) । हर कॉलेज और विश्वविद्यालय की पीएचडी की फीस अलग-अलग होती है ये तो उस कॉलेज पर ही निर्भर करती है। लेकिन औसतन पीएचडी फीस लगभग 30 से 40 हजार एक साल की हो सकती है। पीएचडी करने में 3 साल का समय लगता है। ये कोर्स समेस्टर में होता है, जिसमें प्रैक्टिकल परीक्षा (Practical Exam) और Theory Exam होते हैं।
पीएचडी में कितने सब्जेक्ट होते हैं?
हम यहां पर कुछ Popular PhD Subjects बता रहे हैं। ज्यादातर लोग इन सब्जेक्टस में पीएचडी करना पसंद करते हैं।
- Phd in Physics
- Phd in Engineering
- Phd in Mathematics
- Phd in Finance & Economics
- Phd in Psychology
- PhD In Management
इनके अलावा आप हिंदी, अंग्रेजी, होम साइंस, एग्रीकल्चर, इतिहास, फाइन आर्टस, सर्जरी, जियोग्राफी, जियोलॉजी, एकाउंटिंग, बायोकेमिस्ट्री, फार्मेसी में भी पीएचडी कर सकते हैं।
आसानी से किया जा सकता है इकोनॉमिक्स सब्जेक्ट से पीएचडी
जी हां, दोस्तों आप सभी लोग बिल्कुल सही सुन रहे हैं। यदि आप भी इकोनॉमिक्स सब्जेक्ट से पीएचडी करना चाहते हैं तो बड़ी आसानी से पीएचडी कर सकते हैं। परंतु पीएचडी करने के लिए आपको काफी तेज दिमाग वाला होना चाहिए। क्योंकि पीएचडी करना कोई आसान काम नहीं है, पीएचडी करने के लिए तेज दिमाग और एकाग्र होना पड़ता है।
इकोनॉमिक्स सब्जेक्ट भी अन्य सब्जेक्ट की तरह ही महत्वपूर्ण होता है। क्योंकि यह कौन सी सब्जेक्ट के माध्यम से ही बैंकों के लिए पढ़ाई की जाती है और यदि आपके अकाउंट में सब्जेक्ट से पीएचडी कर लेते हैं तो बैंकों में नौकरी के चांसेस बढ़ जाते हैं।
इकोनॉमिक्स सब्जेक्ट से पीएचडी करने के फायदे
इकोनॉमिक्स सब्जेक्ट से पीएचडी करने के बहुत से फायदे हैं, जिन के विषय में नीचे निम्नलिखित रुप से बताया गया है। आइए जानते हैं:
- इकोनॉमिक्स सब्जेक्ट से पीएचडी करके आप सभी लोगों के नौकरी के चांसेस सरकारी क्षेत्रों के साथ-साथ निजी क्षेत्रों में भी काफी बढ़ जाएंगे।
- इकोनॉमिक्स सब्जेक्ट से पीएचडी करके आप सभी लोग कई फाइनेंसियल कंपनी के लिए अप्लाई कर पाएंगे।
- इकोनॉमिक्स सब्जेक्ट से पीएचडी कर के आप सभी लोग आईएएस अधिकारी भी बन सकते हैं।
- बाद में सब्जेक्ट से पीएचडी करके आप सभी लोगों के चांसेस बैंक से नौकरी संबंधित कार्यों और बैंकों में काफी ज्यादा बढ़ जाता है।
इकोनॉमिक्स सब्जेक्ट से पीएचडी करने के बाद यदि आप एक अर्थशास्त्री के बनते हैं तो आपको ₹30000 से लेकर लाखों रुपए तक वेतन दिया जाता है।
हिस्ट्री सब्जेक्ट से पीएचडी करने के फायदे
यदि आप सभी लोग हिस्ट्री सब्जेक्ट से पीएचडी कर लेते हैं तो आपको बहुत से सरकारी और प्राइवेट जॉब्स में सिलेक्शन का चांस बढ़ जाता है और पीएचडी करने के बाद आप सभी लोग अन्य लोगों के मुकाबले काफी जल्दी से सेल सेलेक्ट भी किए जाते हैं।
दोस्तों पीएचडी करने का सिर्फ यही फायदा नहीं है, बल्कि पीएचडी करने के बहुत से फायदे हैं, जिनके विषय में जानकारी नीचे निम्नलिखित बताई गई है।
- हिस्ट्री सब्जेक्ट से बी ए और एम ए के बाद पीएचडी करने से आप सभी लोगों के प्राइवेट और गवर्नमेंट जॉब दोनों ही क्षेत्रों में सिलेक्शन के चांसेस काफी ज्यादा बढ़ जाते हैं।
- हिस्ट्री सब्जेक्ट से पीएचडी करने के बाद सूचना प्रसारण, मंत्रालय आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया इत्यादि सरकारी जॉब मिल सकते हैं।
- हिस्ट्री सब्जेक्ट से पीएचडी करने के बाद प्राइवेट कंपनी के तरफ से आपको बहुत से जॉब्स के ऑफर मिलेंगे जैसे कि टीचिंग, इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन, सोसाइटी, आर्काइव्स, म्यूजियम, पत्रकारिता, लाइब्रेरी, क्यूरेटर इत्यादि।
- हिस्ट्री सब्जेक्ट से बीए या फिर जमा करने के बाद एचडी करके आप सभी लोग जब भी गवर्नमेंट टीचर के लिए अप्लाई करेंगे तो आप के सेलेक्शन के चांसेस लगभग 20% तक बढ़ जाता है और आप अन्य लोगों के मुकाबले 20% इनक्रीसड चांस समझ सकते हैं।
- यदि आप हिस्ट्री सब्जेक्ट से पीएचडी करना चाहते हैं तो बेझिझक करें क्योंकि हिस्ट्री सब्जेक्ट में यदि आप सच्ची निष्ठा के साथ महारत हासिल कर लेते हैं तो किसी भी हिस्ट्री से संबंधित सरकारी या प्राइवेट क्षेत्र में आप सभी लोग काफी जल्दी चयनित हो जाएंगे।
- हिस्ट्री सब्जेक्ट वालों के लिए भी भारत में प्रत्येक वर्ष समय-समय पर कई वैकेंसी निकाली जाती हैं और इसके साथ साथ आप सभी लोग प्राचीन लिपि और प्राचीन सिक्कों में हिस्ट्री सब्जेक्ट में पीएचडी करने के बाद स्पेशलाइजेशन भी करा सकते हैं।
- आप सभी लोग हिस्ट्री सालों से पीएचडी करने के बाद इतिहासकार अर्थात इतिहास का अध्ययन रिसर्च और लेखा-जोखा रखने वाले भी चयनित किए जा सकते हैं।
पीएचडी की तैयारी कैसे करें (PhD ki Taiyari Kaise Kare)
PhD Kya Hai अब आपको ये तो पता लग ही गया होगा। अब आपको Phd की तैयारी करने के लिए कुछ विशेष बातों को ध्यान में रखना होगा। इससे आपको पीएचडी करने में काफी मदद मिलेगी।
- आप सभी पहले के पेपर खरीदें और उन पेपर्स का Analysis करें। जिससे आपको पीएचडी पेपर पैटर्न का पता चल जायेगा और पता लग जायेगा कि पीएचडी में किस प्रकार के प्रश्न पूछे जाते हैं?
- आप उनकी सहायता लें जो पहले पीएचडी कर चुके हैं और हमेशा उनके सम्पर्क में रहे।
- यदि आपका सब्जेक्ट Current Affairs से संबंधित है तो आपको अखबार की मदद लेनी चाहिए और हमेशा Current Affairs पढ़ना चाहिए।
- अपने पीएचडी के विषय के बारे में हमेशा जानने की इच्छा रखें।
पीएचडी के बाद क्या करें (Phd Hindi)
यदि आप पीएचडी का कोर्स कर लेते हैं तो आपके भविष्य में कई सारे जॉब और काम करने के रास्ते खुल जाते हैं। आपको कहीं पर भी जॉब मिल सकती हैं।
- आप शिक्षा के क्षेत्र में अपना भविष्य बना सकते हैं।
- आप मेडीकल रिसर्च में काम कार सकते हैं।
- यदि आप रसायन विज्ञान में पीएचडी करते हैं तो आप रासायनिक अनुसंधान केंद्र में काम कर सकते हैं।
- यदि आप PhD in Nutrition करते हैं तो आपको Scientific Advisor में काम मिल सकता है।
- इनके अलावा भी आप अपने विषय से सम्बंधित क्षेत्र में काम कर सकते हैं।
पीएचडी फुल फॉर्म डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी (Doctor of Philosophy) होता है।
भौतिकी, इंजीनियरिंग, गणित, वित्त और अर्थशास्त्र, मनोविज्ञान, प्रबंधन, हिंदी, अंग्रेजी, होम साइंस, एग्रीकल्चर, इतिहास, फाइन आर्टस, सर्जरी, जियोग्राफी, जियोलॉजी, एकाउंटिंग, बायोकेमिस्ट्री, फार्मेसी आदि सब्जेक्ट्स में आप पीएचडी कर सकते हैं।
पीएचडी को हिंदी में डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी कहते हैं।
पीएचडी 3 साल का कोर्स है।
हर कॉलेज और विश्वविद्यालय की पीएचडी की फीस अलग-अलग होती है ये तो उस कॉलेज पर ही निर्भर करती है। लेकिन औसतन पीएचडी फीस लगभग 30 से 40 हजार एक साल की हो सकती है।
पीएचडी करने के लिए आपके पास स्नातक और मास्टर डिग्री (55% या 60% अंक के साथ) होना जरूरी है और इसके बाद पीएचडी प्रवेश के लिए एक प्रवेश परीक्षा अच्छे अंको के साथ पास करना होता है।
आपके ग्रेजुएशन का परसेंटेज स्नातक और स्नातकोत्तर दोनों में ही 55% से ऊपर होना चाहिए। अन्यथा आपका सिलेक्शन पीएचडी के लिए नहीं हो पाएगा।
एस्ट्रोनॉट बनने के लिए पीएचडी में आप सभी लोगों को एयरोस्पेस इंजीनियरिंग के तहत पीएचडी करनी चाहिए और आपको यही सब्जेक्ट यूज भी करना चाहिए।
जी हां। आप सभी लोग पीएचडी के लिए अप्लाई तो कर सकते हैं। परंतु पीएचडी के लिए स्कूल मिलना बेहद मुश्किल होगा। क्योंकि पीएचडी करने के लिए नेट क्वालिफाइड छात्रों को सबसे पहले चयनित किया जाता है। ऐसे में यदि सीट बची है तो ही आपको सिलेक्ट किया जा सकता है।
बिना नेट क्लियर किए आप सभी लोग पीएचडी में एडमिशन तो हो सकता है। परंतु एडमिशन होने की गारंटी कोई भी नहीं लेगा। क्योंकि जब नेट क्लियर किए छात्रों का पी एच डी में सिर्फ फुल होने के कारण एडमिशन नहीं हो पाता तो बिना नेट क्लियर किए लोगों का पीएचडी में एडमिशन तो बहुत ही मुश्किल है। यदि आप वाकई में पीएचडी करना चाहते हैं तो नेट क्लियर करना पड़ेगा। अन्यथा जब तक आपका एडमिशन ना हो जाए आप तब तक वेट करें।
जी नहीं। यदि आप का फाइनल रिजल्ट नहीं है तो आप पीएचडी के लिए अप्लाई नहीं कर पाएंगे। क्योंकि पीएचडी के लिए अप्लाई करते समय आपका फाइनल रिजल्ट आपसे मांगा जाएगा और यदि आपके पास रिजल्ट ही नहीं होगा तो आप पीएचडी के लिए अप्लाई ही नहीं कर पाएंगे।
जी नहीं। यदि आपका b.a. में 50% से कम मार्क है तो आप पीएचडी नहीं कर सकते। पीएचडी करने के लिए आपका b.a. में 55% से अधिक मार्क होने चाहिए।
हिस्ट्री सब्जेक्ट से पीएचडी करने के लिए आप सभी लोगों को साइकोलॉजि सब्जेक्ट भी मिल जाएगा आप साइकॉलजी सब्जेक्ट से भी पीएचडी कर सकते हैं।
जी हां आप सभी लोग पीएचडी कर सकते हैं, क्योंकि पीएचडी में प्रतिशतता 55% की होती है और आपकी केवल बीकॉम या एमकॉम की ही प्रतिशतता नहीं बल्कि आपके हाईस्कूल और इंटर के बोर्ड एग्जाम में भी 55% से अधिक मार्क होने चाहिए।
जी हां बिल्कुल आप सभी लोग किसी भी लैंग्वेज से पीएचडी कर सकते हैं, परंतु पीएचडी करते समय आपको याद रहे कि गुजराती के साथ-साथ आपको हिंदी लैंग्वेज में भी चयनित सब्जेक्ट में ज्ञान होना चाहिए, यदि आप इंट्रेंस एग्जाम में ही डिसक्वालीफाई हो जाएंगे, तो पीएचडी नहीं कर पाएंगे।
आप सभी लोग यदि अपने बोर्ड एग्जाम अर्थात इंटर हाई स्कूल और इसके बाद के अपर लेवल एग्जाम में 55% अंक से अधिक अंक प्राप्त करते हैं, तो आप इकोनामी सब्जेक्ट या फिर मैनेजमेंट सब्जेक्ट में से किसी एक सब्जेक्ट का चयन करके पीएचडी कर सकते हैं।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारे द्वारा दी गई यह ‘पीएचडी क्या हैं पूरी जानकारी – PhD Kya hai’ जानकारी पसंद आएगी। PhD Kya Hai इस जानकारी को आगे शेयर जरूर करें। यदि आपका इससे जुड़ा कोई सवाल या सुझाव हो तो हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
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Comments (46)
Thanku so much sir dil se sukriya itni jaankari provide karne ke liye
Hello .my age is 35 my .M.A is clear 50% mark .hum age kon sa course ya exam ki tayari Kare jise humri govt lag jaye
Very useful information
Sir mere pg mai 64% hai mai PhD kar sakata hu
BA me 55% hai or MA Mai 65 to phd kr skte h Plzz tell me
एमएससी केमिस्ट्री में 75% आए हैं सर अब मै कया करू जी विदेश मे नौकरी करने कि इच्छा है कुछ मदद किजिए.
Sir mene 2015 me b.com + com. Se graduation kiya or pgdca bhi ho gaya fir meri personal reasons ki bajeh se padhai chhot gai ab me fir se karna chahti ho or mujhe phd karna hai to me mastar degree karo ya pgdca se ke baad bhi phd kar sakti ho agar nhi to me ab me MA kar lo ya mujhe m.com karna padega phd ke liye
very useful information
Sir, Mujhe aapki ek advice chaiye mujhe PHD economic se krni chahiye ya psychology se
जिसमें आपकी अधिक रूचि है उसमें पीएचडी करना आपके लिए सही रहेगा।
BA में 52% है…. MA अभी चल रही है… यदि मैं MA अच्छे नंबरों से पास कर लूं तो क्या मैं PhD के पात्र हो जाऊंगा…??
sir kya yah jaroori hain ki apki graduation mein 55% marks ho, kya isse kam ya 50%marks ke saath aage phd nahin kar sakate ho, yes bhale hi post graduation mein 60% marks manya hain lekin gradution yah jaroori thori hain, pls reply me…..
Thank you very much sir for very important information. Sir I want to know the answers of some questions(1) what is the educational qualification for doing PHD in mathematics according to new education policy. sir I have passed bachelor of engineering in electrons and communication in 2005 and MBA in IT and marketing in 2009 and B.Ed in 2012 so can I do PhD in mathematics? (According to NEP 2020-21) please reply me I will be thankful to you Thank you very much sir
Good Afternoon Sir, Mai MA Pre.(Political Science) ki student hu. Mera favourite subject Public Administration hai. Kya m es Subject se in future PhD kr skti hu. Please reply me.
ha kyo nahi bilkul kr skti ho
sir kya hm mca kae bad phd kr kste hai ya nhi
Sir, hum history se UG kiya hai Aur PG sociology se kar rahi hu. Kya main ph. d k liye apply kar sakti hu???
Shampa Gorai जी, आपकी प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद! हमने आपके सवाल को विस्तार से आर्टिकल में सांझा कर दिया है।
Hello sir क्या मैं शिक्षाशास्त्र से ph.D कर सकती हूँ ?
Sir mene b.com me 55% or m.com me 60% laye he mene aapni study 2016 me complete ki he Gujarat se abhi meri sadi uttar pradesh me hui he mene aapni study Gujarati language me ki he yha Hindi language me kya me Account subject pr PhD kr sakti hu.
Purnima Verma जी, आपकी प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद! हमने आपके सवाल को विस्तार से आर्टिकल में सांझा कर दिया है।
Sir mere toh 63% hai UG me aur .PG chal raha hai abhi toh kosis karungi ki 65% se upar ho PG % mujhe PHD karni hai sir manegement subject se Economic se en dono me kisi ek ko
Sangeeta जी, आपकी प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद! हमने आपके सवाल को विस्तार से आर्टिकल में सांझा कर दिया है।
History sub je bare ne bataiye sir uske benifit kya hai kis area me ha sakte hai
आपकी प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद! हमने आपके सवाल को विस्तार से आर्टिकल में सांझा कर दिया है।
स्नातक में भी 55% से ज्यादा चाहिए क्या या ओनली स्नातकोत्तर में
Sir astronaut banna Ka liya PhD ma kon sa subject la
Anjali जी आपकी प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद! हमने आपके सवाल को विस्तार से आर्टिकल में सांझा कर दिया है।
Mnto ugc nat kiliyr nhi kiya h kya m phd k liy applay kr skti hu kya or mr fainl m 48/ hi bni h or m a ka rejlt nhi aaya h to m kr skti hu kya
Seeta jat जी आपकी प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद! हमने आपके सवाल को विस्तार से आर्टिकल में सांझा कर दिया है।
Economic subject se p.hd kar sakte h ,is subject se p.hd karne se kya fayde mil sakte h please lell me
Saloni yadav जी आपकी प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद! हमने आपके सवाल को विस्तार से आर्टिकल में सांझा कर दिया है।
Sir jii net clear kiye bina P.hd me admission nhi ho payega kya
Mamta जी आपकी प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद! हमने आपके सवाल को विस्तार से आर्टिकल में सांझा कर दिया है।
Sir mere BA me 50% se km h or MA me 60% h to me Phd ke liye apply kr skti hu kya…
Pooja जी आपकी प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद! हमने आपके सवाल को विस्तार से आर्टिकल में सांझा कर दिया है।
Sir mene bsc ki but abhi ma hindi se kar rhe hu to me phd kar skti hu kya
Aap phd ke liye apply nahi kar sakte kyoki aapke UG me 50% se kam hai isliye
Very nice and deeply information about We are greatly information as thanks ful
Very nice information sir We are thankful to you
NYC information
Jaankari milke mujhe bahut aacha apne man me mahsus huwa
Good information sir
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- Sun. Dec 22nd, 2024
Shiksha Vyavsay
कैरियर, शिक्षा और रोज़गार
Ph.D क्या है ? Ph.D के बारे में जानें
By shiksha.vyavsay
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Introduction (परिचय)
Ph.D या Doctorate in Philosophy (डॉक्टरेट इन फिलॉसॉफी) एक उच्च स्तरीय शोध (research) कोर्स है। Ph.D मूलतः शैक्षिक योग्यता का उच्चतम स्तर होता है। भारत में Ph.D कोर्स में प्रवेश पाने के लिए मुख्यतः योग्यता Postgraduate (स्नातकोत्तर) डिग्री में कुछ न्यूनतम अंकों सहित उत्तीर्ण होना है। परन्तु IIT (Indian Institute of Technology), NIT (National Institute of Technology) और IIIT (Indian Institute of Information Technology) आदि में इंजीनियरिंग विषयों में Ph.D में प्रवेश सीधे graduation या स्नातक डिग्री कोर्स के बाद भी पाए जाने का प्रावधान है। Ph.D डिग्री के दौरान फ़ेलोशिप या स्कॉलरशिप पाने के लिए Science, Commerce या Arts या भाषा विषयों के लिए अभ्यर्थियों को सम्बंधित विषय में National Testing Agency (NTA) द्वारा आयोजित की जाने वाली National Eligibility Test (NET) परीक्षा के JRF (Junior Research Fellow) के लिए उत्तीर्ण होना होता है। इंजीनियरिंग या साइंस विषयों में Ph.D में स्कॉलरशिप या stipend पाने के लिए अभ्यर्थियों के पास GATE (ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग) परीक्षा उत्तीर्ण करना भी एक विकल्प है।
Ph.D कोर्स में प्रवेश पाने के लिए क्या करें
UGC (University Grants Commission) के नए नियमों के अनुसार भारत में Ph.D कोर्स में प्रवेश देने के लिए अब सभी Universities (विश्वविद्यालयों) को सम्बंधित विषय और जनरल एबिलिटी विषय पर एक प्रवेश परीक्षा लेनी होगी या साक्षात्कार लेना होगा या दोनों आयोजित करने होंगे। किसी विश्वविद्यालय में Ph.D में प्रवेश पाने के समय अभ्यर्थी के पास उस विश्वविद्यालय से ही एक गाइड या supervisor होना भी आवश्यक है।
Ph.D कोर्स कैसे करें
स्नातक (Graduation) या स्नातकोत्तर (Post- Graduation) कोर्स से भिन्न Ph.D कोर्स पूर्णतया एक शोध (research) कार्य कोर्स है। Ph.D कोर्स के शुरुआत में शोधकर्ताओं (researchers) को शोध प्रस्ताव की प्रस्तुतियाँ या किये जाने वाले काम की योजना प्रस्तुत करनी होती है। इन प्रस्तुतियों को Synopsis कहा जाता है। उसके बाद शोध कार्य के दौरान बीच- बीच में अपनी प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होती है। शोध कार्य के दौरान शोधकर्ताओं को Research Journals (शोध पत्रिकाओं) में कुछ Research Papers (शोध पत्र) प्रकाशित करवाने भी अनिवार्य होते हैं जो विभिन्न राष्ट्रिय या अंतर्राष्ट्रीय conferences (सम्मेलनों) में अपना शोध कार्य प्रस्तुत करने के बाद होते हैं। शोध कार्य समाप्त करने के बाद शोधकर्ताओं को अपने किये गए शोध कार्य पर एक thesis लिखनी होती है जिसको अंत में यूनिवर्सिटी की सम्बंधित committee के समक्ष एक मौखिक परीक्षा में प्रस्तुत करनी होती है। सम्बंधित थीसिस (thesis) मंज़ूर होने के बाद शोधकर्ताओं को Ph.D या Doctorate in Philosophy की डिग्री प्रदान की जाती है। Ph.D डिग्री धारक अपने नाम के आगे डॉक्टर या डॉ. लगाने के योग्य होते हैं।
Ph.D कोर्स की अवधि
Ph.D कोर्स की कुल न्यूनतम अवधि लगभग 3 वर्ष और अधिकतम अवधि 6-7 वर्ष की होती है।
Ph.D कोर्स के विषय
Ph.D कोर्स लगभग सभी विषयों में किया जा सकता है। परन्तु अभ्यर्थी सिर्फ़ उसी विषय में Ph.D कर सकते हैं जिस विषय में उन्होंने स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त की हो। Ph.D डिग्री कोर्स देश या विदेश के अधिकतर विश्वविद्यालयों से किया जा सकता है।
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भारत में Ph.D के प्रमुख संस्थान
भारत में Ph.D करने की इच्छा रखने वाले अभ्यर्थियों के लिए विषय- वार मुख्य संस्थान निम्नलिखित हैं :-
इंजीनियरिंग :-
1. IISc (Indian Institute of Science), बैंगलोर।
2. IITs (Indian Institute of Technology)- भारत में 20 से अधिक IIT हैं।
मेडिकल साइंस :-
1. AIIMS (All India Institute of Medical Science)- भारत में 15 से अधिक AIIMS हैं।
विज्ञान ( Science) :-
2. IITs (Indian Institute of Technology).
3. IISER (Indian Institute of Science Education and Research).
4. TIFR (Tata Institute of Fundamental Research), मुंबई।
5. IIST (Indian Institute of Space Science & Technology), त्रिवेंद्रम (केरल).
कृषि ( Agriculture) :-
1. IARI (Indian Agricultural Research Institute), नई दिल्ली।
Veterinary Science ( पशु विज्ञान) :-
1. Indian Veterinary Research Institute, बरेली।
सामाजिक विज्ञान (Social Sciences) :-
1. TISS (Tata Institute of Social Sciences), मुंबई।
पत्रकारिता ( Journalism) :-
1. Indian Institute of Mass Communication (IIMC), नई दिल्ली; आदि।
Ph.D के दौरान स्कॉलरशिप या फ़ेलोशिप
NET परीक्षा के माध्यम से JRF उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को Ph.D के शोध (रिसर्च) कार्य के दौरान प्रथम 2 वर्षों के लिए 31000/- रूपये प्रति माह और 2 वर्ष के बाद 35000/- रूपये प्रति माह स्कॉलरशिप या फ़ेलोशिप मिलने का प्रावधान है। GATE परीक्षा के माध्यम से Ph.D में प्रवेश पाने वाले अभ्यर्थियों को भी कोर्स के दौरान प्रति माह कुछ stipend या स्कॉलरशिप मिलने का प्रावधान हो सकता है।
Ph.D करने के फायदे
Ph.D कोर्स एक लम्बा और धैर्यपूर्ण शोध कार्य है। अतः Ph.D में प्रवेश पाने से पहले आपको जाँच लेना चाहिए कि आप Ph.D क्यों करना चाहते हैं। Ph.D कोर्स मुख्यतः वह अभ्यर्थी करते हैं जिन्हें शोध कार्य में दिलचस्पी होती है या जिनको विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में सहायक प्रोफेसर पद से एसोसिएट प्रोफेसर या प्रोफेसर पद पर पदोन्नति पानी होती है। भारत में 1 जुलाई, 2021 से विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में सहायक प्रोफेसर (असिस्टेंट प्रोफेसर) के पद पर नियुक्ति के लिए भी न्यूनतम आवश्यक शैक्षिक योग्यता Ph.D किये जाने का प्रावधान है। अतः 1 जुलाई, 2021 के बाद यदि आप किसी कॉलेज या विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर बनने के लिए आवेदन करते हैं तो आपको Ph.D डिग्री धारक होना अनिवार्य है। Ph.D कोर्स कई विभागों में Scientist (वैज्ञानिक) के पद पर नियुक्ति और पदोन्नति के लिए भी योग्यता प्रदान करता है।
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How to do PhD in India? A Complete PhD Course Roadmap to Aspiring Graduates in 2024
When you're having a discussion on career prospects and specialized expertise in a particular field, the term "PhD" is inevitable. Pursuing a PhD in India stands as a substantial academic milestone, demanding dedication and meticulous preparation. If you're considering pursuing a PhD degree, you're in the right spot.
Explore this enlightening blog post from the Hindustan Institute of Technology and Science (HITS) , crafted to guide you through the nuances of a PhD degree, from understanding its essence to exploring diverse PhD program offerings and lucrative career pathways. Continue reading to explore the essential steps to initiate your PhD journey.
Let's get started!
What is a PhD? Definition of a PhD
The Doctor of Philosophy (PhD) in India is a prestigious postgraduate doctoral degree bestowed upon students who make real and meaningful contributions to knowledge, technology, and methodologies within their research field.
It represents the pinnacle of academic achievement in India. This degree is also referred to as a DPhil or D.Phil. in some countries. Individuals who attain a PhD are entitled to use the term "Doctor" before their name.
However, when deciding between an integrated PhD and a regular PhD, many candidates find themselves unsure of the distinctions. The primary discrepancy lies in the educational prerequisites.
To pursue a regular PhD, one must have completed their master's degree. Conversely, those who are keen on research but lack a graduate degree can opt for the integrated PhD course.
Why do a PhD? A Quick Overview
Pursuing a PhD in India offers a solid gateway to profound learning and experience for those with fervent curiosity. Delve into your chosen topic, honing your expertise and contributing original insights to your field.
Seize the opportunity to put theory into practice, refining time management, communication, and interpersonal skills. Engage with peers, fostering a supportive environment for mutual growth and fruitful collaboration.
Beyond academia, a PhD degree opens avenues to various career paths from academia to the private and public sectors, offering enticing prospects and societal impact.
Moreover, networking opportunities abound, facilitating connections with fellow researchers and globally enriching your knowledge and professional benefits.
A PhD degree typically serves as the primary prerequisite for individuals aspiring to become lecturers or university researchers. Academic researchers in India are responsible for generating the majority of scientific and technical articles published.
Five Different Types of PhD Courses in India
In India, there are 5 common PhD degrees catering to various needs and circumstances. Let's explore them:
Full-Time PhD
A full-time PhD in India is a regular PhD program that entails dedicated research conducted by students under the supervision of experienced mentors. The duration typically spans between 3 and 5 years.
Part-time PhD
Most of the working professionals in India prefer part-time PhD programs, which allow them to attend a limited number of in-person classes. These programs typically span 4 to 6 years (or 7 years) in duration.
Online PhD
Earning an online PhD degree typically involves around 4 years of rigorous research and study by students.
Integrated PhD
An integrated PhD is a comprehensive program that combines both a master's and Doctoral degree (PhD course), typically lasting around 5 to 6 years. Graduates can apply for this program immediately after completing their bachelor's degree.
Industry-Sponsored PhD
This type of PhD degree is usually backed up by a company or an industry, and the overall research is typically based on finding solutions for industry-specific problems. This course normally lasts for three to five years.
How to get PhD Degree in India? A Detailed Version of PhD Course Structure
Coursework .
PhD programs typically involve students undertaking core courses or seminars relevant to their chosen field, aimed at laying the groundwork for advanced understanding. The exact composition of the coursework may vary across institutions but commonly encompasses mandatory and elective components.
Research Proposal
Upon finishing the fundamental courses, students are required to craft a research proposal depicting the issue they intend to explore, the research inquiries they seek to address, and the methodologies they will employ for data collection and analysis.
Comprehensive Examinations
Prior to commencing their research, students must successfully navigate comprehensive exams that assess their proficiency in their chosen field of study.
Research
Once students have wrapped up their coursework and aced their comprehensive examinations, they're primed to dive into the research process. This often involves conducting experiments, gathering relevant data, and immersing themselves in various research pursuits to tackle the queries outlined in their research proposal.
Dissertation
A vital component of completing a PhD program is the process of completing a dissertation, an extensive manuscript detailing the student's research outcomes, conclusions, and scholarly impacts within their chosen domain. Successful completion involves defending this document before a panel of faculty and industry specialists.
Different Types of PhD Programs in India Offered at HITS
Students have a plethora of options when it comes to pursuing PhD programs spanning various disciplines like Arts, Science, Commerce, Mathematics, Agriculture, and more. Among these, some of the most sought-after PhD programs available at HITS include:
1. PhD in Aeronautical Engineering
A PhD in Aeronautical Engineering delves deep into advanced concepts of aircraft design, propulsion systems, aerodynamics, and more.
Core PhD subjects of this program include computational fluid dynamics, aerospace materials, flight dynamics, and control systems.
The future scope of this PhD course in India is promising, with the country's burgeoning aerospace industry fostering growth.
Salaries for PhD holders in Aeronautical Engineering vary based on factors such as experience, location, and employer, but typically range from INR 8,00,000 to INR 20,00,000 (approx.) with ample opportunities for career advancement.
Suggested Read : Feeling puzzled about Aeronautical Engineering ? Our blog has the answers you seek! - Check it out right away!
2. PhD in Automobile Engineering
Pursuing a PhD in Automobile Engineering offers advanced study in areas like automotive design, propulsion systems, and vehicle dynamics.
Common PhD subjects include advanced vehicle dynamics, electric and hybrid vehicle technology, and automotive safety engineering.
With India's growing focus on sustainable transportation and innovation in electric vehicles, the future career scope of this PhD degree seems promising.
The students find various career prospects in R&D, academia, and industry leadership roles.
3. PhD in Computer Science and Engineering
A PhD in Computer Science and Engineering offers you a deep dive into advanced topics like machine learning, AI, data science, and so on.
Core subjects include algorithms, computer architecture, and software engineering, along with specialized areas like IoT and cloud computing.
The future career scope for a PhD holder in this field is promising. Opportunities abound in research, academia, industry research and development, and entrepreneurship.
In addition, the global demand for skilled tech professionals further enhances the opportunities for Indian PhD graduates in computer science engineering.
4. PhD in Information Technology
Advanced research areas, including computer science, data analytics, artificial intelligence, and cybersecurity, are integral components of a PhD in Information Technology .
The subjects covered usually span advanced algorithms, network security, machine learning, and big data analytics.
Graduates can look forward to promising career paths in IT services, software development, research, academia, and other burgeoning fields.
Career opportunities for graduates include roles such as professors, researchers, data scientists, IT consultants, or specialists within a wide range of industries.
5. PhD in Electronics and Communication Engineering
A PhD program in Electronics and Communication Engineering explores the intricate aspects of signal processing, communication theory, and the design of electronic systems.
Areas of study involve digital signal processing, semiconductor devices, and so on.
The outlook for graduates seems optimistic, fueled by the burgeoning demand in sectors such as electronics manufacturing, automation, and telecommunications.
6. PhD in Electrical and Electronics Engineering
The journey to obtaining a PhD in Electrical and Electronics Engineering encompasses an in-depth exploration of advanced subjects like power systems, control theory, and so on.
Typical coursework encompasses studies in research methodology, advanced mathematical principles, and a selection of specialized elective subjects.
The future prospects are optimistic, driven by a growing demand for specialized knowledge in renewable energy, smart grids, AI, and the Internet of Things.
Students who obtain their PhDs can venture into academia, research facilities, and the private sector, playing integral roles in fostering innovation and driving technological advancements.
7. PhD in Management
A PhD program in Management usually covers a wide range of subjects, including organizational behaviour, strategic management, marketing, finance, and operations.
The curriculum typically involves rigorous research methods and theoretical frameworks to address modern business challenges.
With the expanding corporate landscape and economy, the future scope for a PhD holder in management is promising.
Opportunities exist for them in academia, consulting firms, research institutions, and corporate leadership roles, making it a rewarding path for those passionate about driving innovation and change in the business sphere.
8. PhD in Chemistry
A PhD in Chemistry generally involves advanced study and research across a range of areas, including organic, inorganic, physical, and analytical chemistry.
Potential areas of study involve spectroscopy, computational chemistry, chemical kinetics, and nanotechnology.
Opportunities span academia, research institutions, and private sector R&D, offering avenues for innovation, exploration, and more.
9. PhD in Physics
Getting a PhD in India in the domain of Physics typically entails advanced coursework in quantum mechanics, electromagnetism, statistical mechanics, and theoretical physics, supplemented by research in specialized areas like condensed matter physics or astrophysics.
The prospects for a PhD holder in physics in India are promising, with opportunities in academia and industries such as technology and energy.
Additionally, interdisciplinary applications in fields like biophysics and nanotechnology offer avenues for innovation and further career progress.
10. PhD in English
Within the academic landscape, pursuing a PhD in English commonly delves into adamant analysis of literature, linguistics, and critical theory.
Key areas of study involve literary criticism, cultural studies, and language acquisition. Elective courses frequently delve into niche PhD subjects such as comparative literature and the digital humanities.
The future prospects of an English PhD in India are promising, with opportunities in academia, publishing, journalism, and content creation.
Plus, there's a great demand for English-language instructors and researchers in fields like translation studies and communication.
11. PhD in Visual Communication
A PhD in Visual Communication delves into the intersection of design, media, and technology, providing advanced study in areas like multimedia, digital imaging, and graphic design.
The PhD subjects include semiotics, user experience design, and cultural studies.
With the evolving significance of visual storytelling in fields like advertising, digital marketing, and film, graduates can pursue careers as creative directors, UI/UX designers, or academics, contributing to the growing landscape of visual communication in India.
12. PhD in Physical Education
A PhD in Physical Education in India covers advanced study in areas like exercise physiology, sports psychology, biomechanics, and sports management.
PhD subjects include research methodology, advanced sports performance analysis, and curriculum development.
Future prospects for a PhD holder include academic positions at top universities, research opportunities in sports science institutions, consultancy roles in sports organizations, and leadership positions in sports management.
13. PhD in Arts
A PhD in Arts in India typically offers a specialized study in various fields such as literature, history, visual arts, performing arts, and cultural studies.
Coursework often includes research methodology, interdisciplinary approaches, and critical theory.
Potential PhD subjects in Arts cover diverse topics ranging from classical literature to modern art forms.
The future prospects of PhD graduates in arts are promising, with opportunities in research institutions, cultural organizations, and the creative industry contributing to cultural preservation, education, and societal enrichment.
Things to Consider Before Pursuing a PhD Program in India
Research interest alignment .
Ensure your PhD course research interests align with the expertise available at universities or PhD colleges in India.
Quality of Supervision
Investigate the quality and availability of supervisors in your field, as their guidance is crucial for a successful PhD degree .
Infrastructure and Facilities
Assess the availability of the necessary infrastructure, laboratories, libraries, and other facilities required for your research.
PhD Course Duration in India
Understand the duration and structure of the PhD program, including coursework requirements, comprehensive exams, and thesis submission timelines.
Work-Life Balance
Consider the work-life balance, as pursuing a PhD in India can be really demanding. Evaluate how manageable it is to balance research, coursework, and personal life.
PhD Job Scope
Research the career opportunities after completing your PhD degree, both within academia and in industry. Evaluate the demand for your field of PhD courses in India and globally.
8 Top Career Opportunities After Completing a PhD in India
Teaching and research roles in universities and colleges across India are popular options for PhD holders due to ample opportunities and academic freedom.
Government Sectors
Stable positions with good pay in various departments and ministries offer PhD course graduates a chance to contribute to national development.
Corporate Sectors
Indian companies increasingly seek toppers in PhD programs for their expertise, offering challenging roles and competitive salaries.
Opportunities to address societal issues in NGOs working on education, health, the environment, etc. appeal to those who completed Doctoral degrees in India looking to make a positive and meaningful impact.
Careers in print, television, and radio allow PhD program graduates to share knowledge with a broad audience, making it a great option for those with strong communication skills.
Banking and Finance
The sector values graduates who completed their PhD in India for their analytical prowess, offering lucrative perks in roles requiring financial expertise.
IT and Software
With India's booming IT industry, doctorate degree holders can find rewarding opportunities in this fast-growing sector, leveraging their expertise for innovation and development.
Entrepreneurship
PhD degree holders possess the skills and knowledge to start successful ventures, giving them a competitive edge in building their own business empires.
Why is Hindustan Institute of Technology and Science (HITS) the Best College for a PhD Degree?
Hindustan Institute of Technology and Science (HITS) emerges as one the most reliable PhD colleges in India for those seeking a PhD in India, supported by various key factors:
Exceptional Mentorship
Leveraging the expertise of exceptionally qualified faculty, HITS helps you have a better understanding of your PhD program in both national and international contexts, empowering you to embark on a journey of expansive exploration and knowledge acquisition.
World-Class Infrastructure
At HITS, students benefit from world-class resources, including fully equipped modern laboratories and top-notch research centres. Such reliable amenities are designed to accommodate those enrolled in PhD programs related to their respective fields.
Advanced Academic Roadmap
Developed by subject-matter authorities, our PhD curriculum defines specific course requirements across various programs. It comprises scholarly publications and a research thesis, facilitating enhanced comprehension through practical implementation.
PhD Admission at HITS: How to Apply for a PhD Program at HITS?
Head over to our official website for HITS. Once there, find the "APPLY ONLINE" button and click on it.
You'll now be directed to the admission portal for HITS. Complete your registration and set up your profile.
Fill out all necessary details in the HITS application form for PhD candidates.
Step 4
Take your next step by submitting the required payment for the PhD application fee at HITS. After payment, ensure to click the submit button to finalize your application process.
Following the submission, it's important to maintain a printed copy of the PhD application form.
Necessary Documents for PhD Admission at HITS:
- Mark Sheets for Class 10th and 12th Standards
- Mark Sheet of Graduation
- Transfer Certificate (if required)
- Conduct Certificate
- Passport-size Photos
Also Read : Want to have more clarity on how to apply for college online? Check out our blog !
PhD Eligibility Criteria at HITS
1. educational qualifications .
Candidates must possess a Master's degree in a relevant field. The minimum requirement is 55% marks or an equivalent CGPA (Cumulative Grade Point Average).
2. National Level Entrance Exam Score
Applicants must have a valid score in a recognized national-level entrance exams such as GATE or UGC-NET.
3. Research experience and publications
Prior research experience and publications in reputed journals are highly valued.
4. Interview Round
Candidates are required to clear the interview round conducted by the institute's selection committee.
Conclusion
Completing a PhD in India represents a meaningful achievement, propelling individuals to unparalleled levels of academic mastery and competence within their field of study.
Kick-start your journey of innovation with HITS .
With over 400 dedicated research scholars, we facilitate collaborations with leading international universities, research centres, and industries nationwide and worldwide.
At HITS, we provide you with state-of-the-art facilities, dynamic campaigns, and seasoned experts to empower scholars in their quest to drive positive change globally.
Seize your spot at HITS and turn your aspiration of pursuing a PhD in India into a reality!
To stay updated on the current trends in the education realm, check out our blog section right away!
Frequently Asked Questions on PhD Programs
1. What is the full form of a PhD?
The actual full form of a PhD is Doctor of Philosophy, abbreviated as PhD, originating from the Latin term "Philosophiae Doctor." Despite its name, the term "philosophy" in a PhD doesn't necessarily refer to the academic subject of philosophy but stems from the Greek word meaning "a person who loves wisdom.".
2. What are some of the reasons for anyone to pursue a PhD?
Embarking on a PhD degree involves cultivating long-term career aspirations and allowing the candidate to make substantial contributions to the chosen field.
3. What are the best qualities that a professional PhD student possesses?
A professional PhD degree candidate possesses exceptional communication skills, outstanding academic prowess, adept time management abilities, and an unwavering passion for their subject.
4. What is the approximate salary of a PhD holder?
A PhD course is considered the pinnacle of academic achievement. Individuals with a PhD can earn an annual salary ranging from INR 6 to INR 12 lakhs (approx.).
5. What is the course duration for completing a PhD?
Well, the actual duration of a PhD in India varies, but it takes around 3 to 5 years. The time can be impacted by certain factors, including research complexity, individual progress, and program structure.
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